धनतेरस
" धनतेरस "
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देवासुर संग्राम हुआ जब
हुआ समुद्र मंथन था.
निकले 14 रत्न सागर से
हाथ कलश ले धनवंतरी प्रगटे.
वर्षा धन -आरोग्य की हर ओर वे करते
आरोग्य देवता कहाते.
आयुर्वेदाचार्य अपने देव की
जयंती आज मनाते.
"धन्वंतरि" भगवान,गणेश ,लक्ष्मी कुबेर का पूजन हम सब करते.
आरोग्य, धन- संपदा का वरदान हम सब पाते.
आइए! सब मिल, धनकुबेर के नाम
धन- आरोग्य का एक दीप जलाएं.
विनती, कर जोड़ करें.
दीन- हीन, गरीब,असहाय
लाचार पर कृपा बरसती रहे आपकी
हर चेहरा मुस्कुराए,
खुशहाली घर -घर में आए.
खाली झोली सब की भर जाए.
कोरोना अब किसी को न सताए
करती 'चंदा' यही प्रार्थना बारंबार.
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चंन्द्रकला भरतिया
नागपुर महाराष्ट्र
Sachin dev
23-Oct-2022 01:16 PM
Nice
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Khan
23-Oct-2022 12:13 AM
Shaandar prastuti 👌🌺
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Gunjan Kamal
22-Oct-2022 07:41 PM
शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻
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