लेखनी प्रतियोगिता -27-Oct-2022 भाई दूज का टीका

भाई दूज का टीका


जिसके मस्तक बहन का हस्तक उस भाई घर खुशी की दस्तक,
आज्ञा चक्र पर लगा तिलक पीनियल चक्र का करता उद्दीपक।

पीनियल ग्रंथि का तिलक से उद्दीपन मस्तिष्क को करें प्रकाशित,
आज्ञा चक्र उद्दीपन होकर पूर्ण सशक्त करे तिलक का साधक।

आज्ञा चक्र ही तृतीय नेत्र है दिव्य नेत्र कहकर करते संबोधित,
आज्ञा चक्र ही है चेतना केंद्र ज्ञान और संचेतना का संचालक।

बहन लगाती जब तिलक भाल पर जागृत हो जाता है  आज्ञा चक्र,
भृकुटि और ललाट के मध्य सज ज्ञान तंतुओं को करता शीतल,

मस्तक है मेष राशि का स्थान, जिसका स्वामी होता है मंगल,
मंगल ग्रह का रंग सिंदूरी लाल कुमकुम  तिलक देते हैं भाल।
 
तिलक मध्यमा से जब करते हैं, बढ़ जाते हैं आयु और ऐश्वर्य,
तिलक अंगूठे से जब करते हैं बढ़ जाते हैं आरोग्यम और ख्याति।

बहना करती कुमकुम का तिलक भाल मंगलमयी और शुभ कारी,
त्वचा शोधन की सर्वोत्तम औषधि मस्तक पर कुमकुम का तिलक।

मस्तक पर टीका कर 'अलका' पीनियल ग्रंथि और आज्ञा चक्र जगाती,
भाई दूज पर बहन के हाथ का टीका पाए वह भाई होता सौभागी।

अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी' 
लखनऊ उत्तर प्रदेश।
स्व रचित मौलिक व अप्रकाशित
@सर्वाधिकार सुरक्षित।

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8 Comments

Haaya meer

28-Oct-2022 07:07 PM

Amazing

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Khan

28-Oct-2022 11:58 AM

Very nice 👍

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Swati chourasia

28-Oct-2022 10:21 AM

वाह बहुत ही बेहतरीन रचना 👌👌

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