Priyanka06

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -31-Oct-2022 रंगोली आंगन की बहार

शीर्षक-रंगोली आंगन की बहार

रंगोली से दमक उठता घर आंगन,
त्योहार में लगाता चार चांद,
विभिन्न रंगों से सजता द्वार।

अनेक रंगों से बनाती आकार,
 आकृति बनाकर करती साकार,
अंगने में आती बहार।

मां बहने बेटी सब का होता योगदान,
रंगोली देखकर उठता प्रसंता का भाव,
रंगोली जो बनाए कहलाए कलाकार।

विभिन्न रंगों को करती समाहित,
सुंदर-सुंदर बनाती डिजाइन,
मन को करती आकर्षित।

शुभ कार्यों में होता रंगोली का आधार,
कोई फूलों से  या रंगों से सजाता,
कोई गेरू चावल से बनाता मांडना।

जो भी आए हमारे घर,
देख रंगोली के चित्र,
मन हो जाता उसका हर्षित।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा

   18
10 Comments

Gunjan Kamal

06-Nov-2022 03:16 PM

शानदार

Reply

Suryansh

02-Nov-2022 08:28 AM

बहुत ही सुंदर सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ

Reply

👌🏼 👌🏼 👌🏼 लाजवाब

Reply