दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय चल चल चलना होगा
हमारी अखङ काव्य नयी नवीन मधुशाला की कुछ पंक्तिया आप सब की समीछा हेतु प्रेषित है 🙏🏻
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चल चल चलना होगा
मन के भीतर जागेगा गीत
आज नही कल होगा
बस विश्वास जगाले
मीत
😊😊😊😊😊😊
चल चल ,, ,
कल कल नदिया बहती
कष्ट निरन्तर सहती रहती
फिर भी छल छल करती
रहती ,पानी का करो
सदउपयोग ,
व्यर्थ ना होने पाये जल
कणिका,भरी रहे भारत
कई नदिया इतना ही करो
उपयोग ,
🤽♂️🤽♂️🤽♂️🤽♂️🤽♂️🤽♂️
चल ,,,, ,, ,, ,
हरी हरी धरती हमारी
देती शुद्ध वायु ,वताश
ना प्रदूषण फैलाओ,
हो सके तो पेङ लगाओ
करो समय का सदुपयोग,
प्रत्येक व्यक्ति अलख जगा लो
🤷🏻♀️🤷🏻♀️🤷🏻♀️🤷🏻♀️🤷🏻♀️🤷🏻♀️
चल , , , ,, ,
ईश्वर ने धरा हमको वारा
पोलीथीन का मत करो
प्रयोग, झोला लेकर
घर से निकलो करो
कुछ बुद्धि का करो
प्रयोग
🥸🥸🥸🥸🥸🥸
चल ,,, ,
नियमित करो योगा
और ध्यान,विश्राम
का नही स्थान,
स्वस्थ रहेगी काया
दंत चमकते रहेगे
करो नीम का प्रयोग
नियमित चमकते रहे
दंत कणिका
😂😂😂😂😂😂
चल ,,,, , , ,,,
आवला का करो प्रयोग
केश हरण ना रहेगा ना
मन मे क्लेश
चमकदार त्वचा होगी
मुख सूरज समान हो
जायेगा ,जग मे सबका
प्यारा कहलायेगा
नही रहेगा वात पित्त
का दोष ,
🌝🌝🌝🌝🌝🌝
चल ,,,, , ,,,, ,
जीवन जीने के सूत्र
हजार यह मूलभूत
है सूत्र हमारे
नियमित जीवन जीने
से कभी नही होगे
हार पायेगे
😇😇😇😇😇
चल ,,, ,,,
अन्तिम सूत्र जो बेहद
आवश्यक है ,जो अपनाये
आप भी रहेगे शान्त शिष्ट
और नही क्लिष्ट
कहलायेगे
दोनो कानो का करे
प्रयोग एक से सुने
दूसरे से निकाले
रखने योग्य बातो
को रख कर बाकी
कचरे मे डाले
बाकी समय मे रूई
लगाले निदा रस
का ना ले आनन्द
बाकी अपनी मति
गति का प्रयोग बना ले
🥴🥴🥴🥴🥴
चल ,,, , , ,,,
अपने अपने कर्मो
की माला ,कर सत्कर्म
मुह मे ताला वैतराणी
पार हो जायेगी
यही छोटी छोटी
अभिव्यक्ती की
पाठशाला और यही
हमारी अखङ काव्य
नयी नवीन मधुशाला ,
चल ,,,, , ,
🍫🌹🍫🌹🍫🌹
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नंदिता एकाकी
प्रयाग राज 🛕
सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर
Suryansh
07-Nov-2022 10:15 PM
बहुत ही सुंदर सृजन
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Pratikhya Priyadarshini
04-Nov-2022 12:06 AM
Bahut khoob 💐👍
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Palak chopra
03-Nov-2022 11:10 AM
Shandar 🌸
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