Madhavi singh

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परदेश में पिया भाग - 4




भाग -4 


आरव की मेहनत का ही नतीजा था जो उसने  इतने कम समय मे ही तो उसने अपने पापा की छोटी सी कंपनी को इतनी ऊंचाइयों पर पहुँच दिया उम्र ही क्या थी उसकी जब उसके पापा उसे छोड़ कर चले गए थे माँ तो बचपन मे ही गुजर गई थी ममता की छाँव क्या होती आरव को पता ही नही था पापा ने ही उसे माँ और बाप दोनो का प्यार दिया था ! 

जब कभी आरव बच्चों को अपनी माँ के साथ अठखेलिया करते हुए बच्चों को देखता था तो उसकी आँखों मे आँशु आ जाते थे आसमान की तरफ़ देखता रहता जैसे भगवान से शिकायत कर रहा हो क्यों मेरी माँ को अपने पास बुला लिया मुझे ही इस दुनिया मे नही भेजते तो आज वो जिंदा तो होती मेरी वजह से ही तो वो ????

उसकी आँखों मे जैसे कोई सैलाब आ गया हो रुकने का नाम ही नही लेता था जब आरव उदास रहता पापा भी उसे खुश करने में लग जाते थे ! उसके पापा इतना बिजी होते हुए भी आरव को पूरा समय देते उसे खुश रखने के लिए अपनी जी जान लगा देते थे !

पापा के जाने के बाद आरव बिल्कुल अकेला हो गया उनकी यादों को दिल मे समेटे हुए वो पापा की कंपनी को संभालने के लिए खड़ा हो गया पढ़ाई के साथ साथ पूरे काम को बखूबी अंजाम दिया इस में मिस्टर खान ने बहुत साथ दिया और पूरे स्टाफ़ ने भी कोई कसर नही छोड़ी हर कदम पर आरव का साथ दिया और आरव ने भी तो सभी को अपना परिवार बना लिया था जैसे वो बस उन सब के लिए ही जी रहा हो प्यार और सम्मान से जो सींचा था अपना ये छोटा सा घरौंदा !

आज उस का ही नतीजा था जो उसकी कंपनी ने एक नया मुकाम हासिल किया था ! 

वो दिन भी आ गया जिस का सब को बड़ी बेसब्री से इंतज़ार था अपने कुछ स्टाफ़ के साथ आरव लंदन पहुँच गया सम्मान समारोह में आरव का बहुत ही सम्मान और तारीफ की गई सब से कम उम्र के बिजनैसमेन के रूप में ! 

सभी लोग आरव की तारीफ करते नही थक रहे थे आरव को जब अवॉर्ड के लिए बुलाया गया तो सब ने खूब तालियां बजाई पर आरव ने अवॉर्ड अकेले न लेकर स्ट्रेंज पर अपने साथियों को  बुलाया  और सब के सामने कहा ये मेरी अकेले की मेहनत नही है मेरे पूरे स्टाफ की मेहनत है इसमे तो इस अवार्ड को सब के साथ ही लेना चाहूंगा ! 

आरव का अपने स्टाफ की तरफ इतना रुझान देख कर सभी ने उसकी प्रशंसा की ये एक अच्छे   बिजनैसमेन की पहचान है बेटा जो सब को साथ लेकर चलता है वो ही एक सफल व्यक्ति कहलाता है ! 

सभी का सीना चौड़ा हो गया आरव की नजरों में  अपने लिए इतना सम्मान देख कर सब ने खुशी खुशी अवार्ड लिया फोटोशूट करवाया यहाँ इंडिया में भी उसकी कंपनी के लोग ये समारोह देख रहे थे उन्हें खुद पर गर्व हो रहा था उन्हें इतना समझने वाला बॉस मिला है आरव के लिए सम्मान और बढ़ गया उन सब की नज़रों में , 

आरव और उसके स्टाफ को सभी ने बधाईयां दी एक लड़की ने उससे आगे बढ़ कर हाथ मिलाया और बधाई दी ओर चली गई आरव उसकी आवाज़ से सुन कर थोड़ा अचंभित हुआ पर 
उसे अपना वहम समंझ कर छोड़ दिया ! 

वहाँ के लोगो से उसे पता लगा ये इंडिया की है और बहुत बड़ी कंपनी के मालिक की बेटी है अपने पापा के साथ यहाँ आई है पापा के साथ ही उनके बिज़निस में हाथ बटाती है ! 

आरव के साथ काम करने के लिए कई कंपनियों ने अपना हाथ बढ़ाया कुछ के साथ तो वही कॉंटेक्ट साइन हो गए थे और कुछ ने उसके यहाँ आने की उत्सुकता दिखाई आरव ने सभी का इस्तक़बाल किया ! 

आरव भी वहाँ से अब शहर आ गया ऑफिस में उसका बहुत ही भव्य स्वागत किया गया ! 

मिस्टर खान ने सब को वहाँ क्या क्या हुआ विस्तार पूर्वक बताया ओर ये भी बताया कि बहुत बड़ी बड़ी कंपनियों ने अब हमसे हाथ मिलाया है और यहाँ भी आएंगे वो बोले अब हमे ओर मेहनत करनी होगी हमे सब की उमीदो पर खरा उतरना है सभी बहुत खुश हुए इतने बड़े बड़े लोगो के नाम सुन कर ये तो हमारा सौभाग्य है जो इन सब के साथ काम करने का मौका मिल रहा है ! 


ये सब तो बहुत कम लोगो को नसीब होता है क्या ये नई पहल एक अच्छी शुरुआत की तरफ ले जाती है या कोई और ही कहानी निकल के सामने आती है ये तो आने वाला समय ही बताएगा तो देखते है अगले भाग में अब माधवी को विदा दीजिए फिर मिलेंगे जल्द ही 😎


Madhavi singh 



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7 Comments

Gunjan Kamal

16-Nov-2022 08:12 AM

Nice

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Behtarin rachana

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Palak chopra

06-Nov-2022 01:04 AM

Shandar 🌸🙏

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