Sunita gupta

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दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय,देवोत्थान एकादशी तुलसी शालिग्राम विवाह ,26 जनवरी गणतंत्र दिवस

*🙏राधेराधे॥भगवद चिन्तन॥राधेराधे🙏*
       *" शुभ देवोत्थान एकादशी "*
 🌹भारतीय सनातन परंपरा में अनेकों पर्व - त्यौहार मनाए जाते हैं एवं सभी पर्व त्यौहार अपने आप में कुछ विशिष्ट सीख को धारण किए हुए हैं। मनुष्य के भीतर दैवीय गुणों को जाग्रत करना ही देवोत्थान एकादशी व्रत का मुख्य की प्रमुख सीख है। शास्त्रों की और हमारे मनीषियों की हमारे ऊपर यह बहुत बड़ी कृपा रही है कि जब जब हमारे भीतर का देवत्व सुषुप्त अवस्था में चला जाता है तथा आसुरी वृत्तियाँ हमारे चित्त पर हावी होने लगती है तब - तब कोई न कोई ऐसा पर्व या व्रत जरुर आ जाता है जो हमें हमारे देवत्व का बोध करा जाता है।
 🌹हमारी चेतना में सुषुप्त देवत्व को जागृत करना यह देवोत्थान एकादशी व्रत का मुख्य उदेश्य है। केवल निराहार रहना आज के व्रत का उदेश्य नही अपितु निर्विकार रहना जरुर है। सत्कर्म करने की भावना जग जाए, सत्य के मार्ग पर चलने का भाव जग जाए तो यही जीव की वास्तविक जागृति है।
 🌹नारायण माने धर्म। हमारे भीतर भी धर्म जाग्रत हो जाये। भगवान का बैकुंठ में जागना तो महत्व रखता ही है साथ ही प्रभु से प्रार्थना करें कि वे हमारे हृदय रूपी बैकुंठ में भी जग कर हमारे इस मानव जीवन को श्रेष्ठता की ओर अग्रसर करें। 
*देवोत्थान एकादशी एवं माँ तुलसी व भगवान शालिग्राम जी के मंगल विवाहोत्सव की बहुत बहुत बधाई।*
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सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर 

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7 Comments

Lajawab 👌

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Palak chopra

06-Nov-2022 01:03 AM

Shandar 🌸🙏

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Mithi . S

05-Nov-2022 02:33 PM

Very nice

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