दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय गोपाष्टमी
रचना
विषय - गोपाष्ठमी पर
मोहन प्यारे गोकुल के राजदुलारे
तुम्हें याद करती ये दुनिया सारी।।
ग्वाले बन तुमने वन वन गाय चराई
कदम वृक्ष के नीचे तुमने मुरली मधुर बजाई।।
उस मुरली की धुन सुनके
गायें दौडी दौडी आई।।
ओ मन मोहन सबको मोहने वाले
राधा तो राधा गोपियों के रखवाले।।
माखन रोज चुराया, ग्वालों संग मिल बैठ खाया।
गोकुल की रक्षा कर सबका मान बढ़ाया।।
नारी के सम्मान में द्रोपदी का चीर बढाया।
भक्ति की आन रख साग विदुर घर खाया।।
कुरुक्षेत्र के युद्ध में सत्य को जीत दिलाई।
मीरा की माधुर्य भक्ति मोहन के मन को भाई।।
ऐसे सोलह गुण अवतारी कान्हा को याद करें।
ये कलयुग सबपे भारी, वो सबको पार करें।।
वो सबको पार करें। जय कृष्ण कन्हैया लाल की 🙏🏻
डाॅ चन्द्रकला भागीरथी धामपुर जिला बिजनौर उतर प्रदेश
सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर
Palak chopra
07-Nov-2022 03:40 PM
Shandar 🌸🙏
Reply
Suryansh
07-Nov-2022 02:54 PM
बहुत ही सुंदर सृजन
Reply
Shashank मणि Yadava 'सनम'
07-Nov-2022 10:50 AM
भावमय अभिव्यक्ति
Reply