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मन




मंच नमन 🙏
*मन*


मन होता  बड़ा ही चंचल..
मन की गति सबसे  तेज
पकड़ पाया जग में ना कोई..
गहराई उंचाई ना नाप सके 
भागता जाए बिन बांध जैसे..
मन होता बड़ा ही चंचल ...
कोसों दूर पर में तय..
हजारों सपने बुनता पल में..
टूटे तो  तो दुख ना होय..
हर सपना साकार हो जाय..
ऐसा होना संभव नहीं जग में..
कुछ सार्थक काम करें ...
मन लगन दृढ़ विश्वास धर..
आत्मविश्वास की सीढ़ी पर..
सपने फलीभूत होते सार्थक..
समाज के हित काम काज..
मन के भीतर सभी भाव छिपा..
जैसे विचार बना लो आप..
स्वत: पूर्ण सब आचार विचार..!!





आरती तिवारी सनत
दिल्ली


   9
5 Comments

Teena yadav

06-Nov-2022 03:32 PM

OSm

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Haaya meer

06-Nov-2022 03:14 PM

Amazing

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Muskan khan

06-Nov-2022 02:55 PM

Well done ✅

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