Priyanka06

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लेखनी कहानी -10-Nov-2022 पायल की झंकार

पायल की झंकार, नारी का श्रृंगार ।
पांव में खूब सजे, नारी का मान बढ़े।।

जब भी रखती  बहू बेटी कदम,
पहचान बन जाती पायल की छनक।।

पिया के मन को कर देती मगन,
ऐसी होती पायल की छनक।

जब भी आती घर में पायल की आहट,
पिता के लिए बेटी की होती पहचान।

चांदी की सभी पहने पायल,
सोने की कभी ना करें धारण।

सोने की पायल जो भी पहनता,
कुबेर भगवान का अपमान करता।

पायल एक ऐसा आभूषण,
पूरे घर मैं छा जाती  रौनक।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
नॉनस्टॉप प्रतियोगिता 2022 भाग 31

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4 Comments

Gunjan Kamal

16-Nov-2022 08:19 PM

शानदार प्रस्तुति 👌

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Raziya bano

12-Nov-2022 10:04 AM

शानदार

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Muskan khan

11-Nov-2022 07:02 PM

Bahutt sunder

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