त्योहारों रीति रिवाजों वाली डायरी# लेखनी धारावाहिक प्रतियोगिता -07-Nov-2022
छठ, सामा और मैं..
बिहार का प्रसिद्ध त्यौहार छठ पूरी दुनिया में मशहूर है। मैं बिहारी हूँ। हम छठी मईया को बहुत मानते हैं पर ना तो मेरे मायके में मैंने मम्मी भाभी दीदी किसी को भी यह व्रत करते देखा। और ना ही मेरे ससुराल में कोई करता है। मेरा मन तो करता है करने का पर बहुत कठिन होने के साथ इस व्रत में पूरे परिवार का सहयोग आवश्यक होता है।
हम तीन दिन अपने खान पान पर परहेज रखते हैं। और किसी ना किसी को हर बार हमारे परिवार की तरफ से डाला उठाने के लिए तैयार कर लेते जो यह व्रत रखता है।
मेरे मन में कई सवाल उठते हैं हर साल.. जैसे यहाँ मेरे ससुराल में इन तीन दिनों हम लोग रिफाईंड, घी, बटर.. यानि पूरी पराँठा नहीं खाते। सूखी रोटी ही खाते है। मिठाई, फल भी नहीं खाते। लहसुन प्याज नोनवेज ये सब तो समझ आता है कि किसी भी पूजा पाठ के समय इन चीजों को नहीं खाना चाहिए। लेकिन क्या खाना चाहिए और क्या नहीं.. ।
छठी माई के प्रसाद में तो जल दुध आटा चावल... सारे फल सब चढ़ता है फिर ये नियम क्या है.. मेरे समझ से बाहर है।
मैं यहाँ छठ के साथ साथ मिथिलांचल का एक प्रसिद्ध त्यौहार सामा चकैवा जो कि मेरा फेवरेट फैस्टिवल है पर लिखना चाहती हूँ।
15 दिन चलने वाला यह त्यौहार भाईदूज से पूर्णिमा तक चलता है। यह त्यौहार बहन भाई के लिए मनाती है ।
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कविता झा'काव्या
#लेखनी त्यौहारों का सीज़न प्रतियोगिता
Radhika
09-Mar-2023 01:01 PM
Nice
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shweta soni
04-Mar-2023 02:31 PM
👌👌👌
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अदिति झा
03-Mar-2023 02:41 PM
Nice 👍🏼
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