प्यार नही साथ चाहिए
मुझे मोहब्बत में पागलपन नही चाहिए
मुझे तो चाहिए दो पल सुकून के
नही चाहिए उम्मीदों से भरी एक झोली
चाहिए हमराही खाली हाथो को जो थाम सके
चाहत तो सड़को पर मिल जाती हर रोज
चाहिए जो वक्त पर राहगीर बन सके
जिस्मानी मोहब्बत तो सिर्फ एक एहसास है
यकीनन वो भी लम्हे आने पर इनकार ना करे
भरोसे की वो झलक हो उसमें
की दिल का सुख दुख बेहिचक बोल सके
जो खामोशी को समझ मेरी
मुझसे शरारत कर सके
मुस्कान देकर बंद होंठो पर
वो ज्यादा बोलने को प्रेरित कर सके
जो जब बोलने लगूं अपने जज्बात
तो खामोश होकर उन्हे समझ सके
मध्यम सा लगा गले वो
साथ होने का एहसास करा सके
अकेला नही मैं कभी राह में
ऐसा मुझे वो आभास करा सके
चाहे रोज बात ना करे मुझसे
चाहे रोज ना मिला करे मुझसे
चाहे बंधनों में ना बंधे मुझसे
चाहे मर्यादाओं के बेड़े में ना डाल सके मुझे
पर जब सिसकारी भरी आवाज जो निकले कभी
तो तोड़ सारी मर्यादाओ को बस एक शब्द बोल सके
तुम बस बढ़ते रहो रुको मत ऐसे
किसी मुकाम पर जो तुम्हारा नही अभिषेक
में हूं तुम्हारे लम्हों को रोकने के लिए
बस अपने एहसास खुलकर बोलते रहो मुझसे ।
Ajain_word
Abhinav ji
18-Nov-2022 08:59 AM
Very nice👍
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Ajain_words
18-Nov-2022 06:53 AM
Shukriya sabhi ka Follow for more IG@ ajain_words
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Alka jain
17-Nov-2022 05:10 PM
Nice
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