Fiza Tanvi

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आंसू

आँखों से गिर कर आंसू कभी हथेली पर आ जाता था. 


पानी का एक कतरा किसी के लिए अनमोल मोती  कहलता था. 

रूठते हुए भी... तभी अच्छा लगता था. 

जब मनाने वाला कुछ  पल के लिए खुद रूठ जाता था. 

                फ़िज़ा तन्वी ✍️✍️

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1 Comments

Miss Lipsa

01-Sep-2021 01:08 PM

Nice

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