तालाब किनारे
तालाब किनारे
नमस्कार मित्रो मेरा नाम आर्यन है और मै उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले का रहने वाला हु | आज जो मै आपको घटना सुनाने जा रहा हु वो मेरे मामा के साथ घटित हुई | उन्होंने मुझे अपनी आप बीती बताई जो आपको बता रहा हु | ये उन दिनों की बात है जब मेरे मामा स्कूल में पढ़ा करते थे | उनका स्कूल घर से बहुत दूर था | हमारे गाँव देवस्थल एक पहाड़ी इलाका है| पहाडी इलाके में जागर लगे रहते है जिनमे लोगो के अंदर देवता आ जाते है | एक दिन रात को मामा जागर में गए थे और जब रात को वापस आ रहे थे तो रास्ते में एक तालाब आता है | उस तालाब के किनारे पर एक आदमी बैठा हुआ मिला और उसने मेरे मामा से बीडी माँगी | मेरे मामा ने उसकी और ध्यान ना देते हुए आगे बढ़ते जा रहे थे लेकिन वो पीछे बीडी देदे , बीडी देदे कहते हुए आ रहा था | मेरे मामा को पता चल गया कि ये कोई प्रेत या भूत है तो मेरे मामा भी बहुत निडर इंसान थे वो बस चलते गए और जब उसने पीछा करना बंद नहीं किया तो उन्होंने अपनी जेब से माचिस की तीली निकाली और तीन तीली एक साथ जलाकर पीछे फेक दी तब उस प्रेत ने मेरे मामा का पीछा करना बंद किया | इसलिए मेरा बड़ा भाई हमेशा रात को मुझे माचिस की डिब्बी ले जाने को कहते है