संविधान
सब देशों से अलग है सबसे है निराला ।
नमन है भीमराव अंबेडकर जी को ,
जिन्होंने हमारा संविधान लिख डाला ।
सभी को पिरोया एक धागे में ,
ऊंच नीच का भेद मिटा डाला ।
संविधान हमारा लिख डाला ।।
संविधान हमारा लिख डाला ।।
ना जाने कितने संघर्षों को झेलकर ,
उन्होंने ये कारनामा कर डाला ।
आसान नहीं था सफर ये उनका ,
फिर भी उन्होंने सबको पछाड़ डाला ।
संविधान हमारा लिख डाला ।।
संविधान हमारा लिख डाला।।
आए कई कांटे उनकी रहा में ,
सभी कांटो को जड़ से उखाड़ डाला ।
सब कहते ये है नीच कुल का क्या ये कर पाएगा ।
लेकिन देखो इन्होंने ये कमातकर कर डाला ।
संविधान हमारा लिख डाला ।।
संविधान हमारा लिख डाला ।।
स्वरचित ; नीर (निधि सक्सैना)✍️
Khan
28-Nov-2022 10:06 PM
Nice 👌👍
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Abhinav ji
27-Nov-2022 08:00 AM
Very nice👍
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Rajeev kumar jha
26-Nov-2022 07:33 PM
शानदार
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