Nidhi Saxena

Add To collaction

संविधान



सब देशों से अलग है सबसे है निराला ।
नमन है भीमराव अंबेडकर जी को ,
जिन्होंने हमारा संविधान लिख डाला ।
सभी को पिरोया एक धागे में ,
ऊंच नीच का भेद मिटा डाला ।
संविधान हमारा लिख डाला ।।
संविधान हमारा लिख डाला ।।


ना जाने कितने संघर्षों को झेलकर ,
उन्होंने ये कारनामा कर डाला ।
आसान नहीं था सफर ये उनका ,
फिर भी उन्होंने सबको पछाड़ डाला ।
संविधान हमारा लिख डाला ।।
संविधान हमारा लिख डाला।।

आए कई कांटे उनकी रहा में ,
सभी कांटो को जड़ से उखाड़ डाला ।
सब कहते ये है नीच कुल का क्या ये कर पाएगा ।
लेकिन देखो इन्होंने ये कमातकर कर डाला ।
संविधान हमारा लिख डाला ।।
संविधान हमारा लिख डाला ।।

     स्वरचित ; नीर (निधि सक्सैना)✍️

   12
5 Comments

Khan

28-Nov-2022 10:06 PM

Nice 👌👍

Reply

Abhinav ji

27-Nov-2022 08:00 AM

Very nice👍

Reply

Rajeev kumar jha

26-Nov-2022 07:33 PM

शानदार

Reply