लेखनी कहानी -01-Dec-2022 पथ का सृजन
शीर्षक-पथ के सारथी
धरती पर जब लिया जन्म,
मां बनी मेरे पथ की सृजन
उंगली थाम कर बढ़ाएं मेरे कदम।
जब गया मैं स्कूल,
गुरु बना पथ का सृजन,
ज्ञान का किया अर्जन।
जब देखे बाहरी रंग ढंग,
दुनिया बनी पथ की सृजन,
बनाती मुझको निडर।
जब भी आता संकट,
मित्र बना पथ का सृजन,
साथ दिया मेरा हर वक्त।
किया सबने पथ का सृजन,
करती हूं सभी को सुमन अर्पण,
सदा रखूंगी हमेशा स्मरण।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
नॉनस्टॉप प्रतियोगिता 2022 भाग 34
Gunjan Kamal
05-Dec-2022 07:32 PM
शानदार
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Abhinav ji
02-Dec-2022 07:58 AM
Very nice👍
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