जिंदगी
जिंदगी.....
उलझ सी गई है. लड़ी जिंदगी की.
अच्छी नहीं लगी अब सादगी जिंदगी की.
दुख दुख कर दिल बर्बाद हो गया.
है नहीं हमको अब आशिक़ि जिंदगी की.
लगता है रोक लू खुद ही साँसों कों.
भटकाती है साज़िश जिंदगी की..
प्यार के बदले प्यार कहा..
है बस आफत जिंदगी की..
मुश्किल है अब आहट जिंदगी की.
भटकती है मुझको साज़िश ज़िंदगी की.
मंज़र अंसारी
Abhinav ji
06-Dec-2022 09:46 AM
Very nice👍👍👍
Reply
Punam verma
06-Dec-2022 06:35 AM
Nice
Reply
Gunjan Kamal
05-Dec-2022 06:45 PM
बहुत खूब
Reply