Sunita gupta

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मै पुरुष हूं

🙏🌹प्रिय मित्रो🙏🌹

🙏🌹 मैं #पुरुष हूं 🙏🌹

आसान तो नहीं रहा
 मेरा पुरुष होना
जन्म से इच्छाओं का बोझ ढोना
मेरा बेटा नाम कमाएगा
चांद सी बहू लाएगा

बड़ी नौकरी बड़ी गाड़ी
सब की निगाहें मुझ पर ही तो थी
सब की अभिलाषाएं मुझ पर ही तो थी
कभी दर्द में भी मुस्कराया
कभी नौकरी जाने का खतरा मंडराया

बीबी और मां ने भी कम नहीं सताया
कभी जोरू का गुलाम
तो कभी मम्मा बॉय कहलाया
मै खुद कभी रो भी ना पाया
खुद को किसी के कंधे पर ना पाया

हर अपराध का दोषी ही रहा
हर निगाह में शक ही रहा
मर्द को दर्द भी होता है
वो भी चुपके से रोता है
ये कोई समझ ही नहीं पाया

जज्बात से भरा मै
प्यार को तरसता हूं
बच्चा बन कोई सीने से लगाए
मेरे मन को शांत कर जाए
पुरुष बनना आसान नहीं होता
कई बार उसका सम्मान नहीं होता

कोई उस पर कलम नहीं चलाता
कोई गीत ओर ग़ज़ल नहीं गाता
नारी अबला सबला सब बन जाती
ओर पुरुष का तबला भी खूब बजाती
सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर 

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5 Comments

Prbhat kumar

07-Dec-2022 11:42 AM

शानदार प्रस्तुति 👌

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Varsha_Upadhyay

06-Dec-2022 07:54 PM

शानदार

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Sachin dev

06-Dec-2022 06:00 PM

Amazing

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