गायने वार्डमे होश में आने के बाद शमा के शौहररशिद ने शमा को बताया कि दो बेटों के जन्म के बाद तुम्हारी इच्छा थी कि बेटी होनी चाहिए तुमने बहुत सुंदर सी गुड़िया जैसी बेटी को जन्म दिया है। अभी तुम्हारी बेटी थोड़ी कमजोर है। इसलिए उसे नर्सरी में रखा गया है। शौहर की बात सुनकर शमा के चेहरे पर खुशियों के फूल खिल जाते हैं।
लेकिन उस मां को क्या पता कि उसने इस दुनिया में संघर्ष करने के लिए एक किन्नर बेटी को जन्म दिया है। शमा बहुत ही सकारात्मक और आत्मविश्वास वाली एक शक्तिशाली महिला थी। वह अपनी बेटी के किन्नर होने के बाद भी अपने मन में यह ठान लेती है कि मैं दुनिया की इच्छा से नहीं स्वयं की इच्छा से अपनी बेटी को पाल पोस कर बड़ा करूंगीऔर इस दुनिया में अपनी बेटी को एक उच्च स्थान दिल आऊंगी। फिरअपनी बेटी का नाम प्यार से नरगिस रखती है।
नरगिस जब 5 वर्ष की हुई तो सबको समझ आ गया कि नरगिस भी अपनी अम्मी शमा जैसे ही हर संकट का डटकर मुकाबला करने वाली है। लेकिन जब नरगिस को 10 वर्ष की आयु में एहसास हुआ कि वह शारीरिक रूप से दूसरी लड़कियों से अलग है तो उसके मन में हीन भावना आने लगी। शमा को जैसे ही इस बात का एहसास हुआ तो उसने अपने शौहर पर दबाव डालकर मकान जमीन दुकान बेचकर नए शहर में नई जिंदगी की शुरुआत कर दी और पूरा ध्यान अपनी बेटी की पढ़ाई लिखाई में देना शुरू कर दिया।
नरगिस भी पूरी तरह समझ चुकी थी कि मैं नॉर्मल लड़की नहीं हूं मैं किन्नर हूं मैं सिर्फ पढ़ लिखकर ही अपना भविष्य सुधार सकती हूं। और ऐसा ही हुआ नरगिस 12वीं कक्षा में पूरे जिले में प्रथम आती है। शहर के बड़े कॉलेज में उसका दाखिला हो जाता है।
कॉलेज में पहुंचने के बाद नरगिस के जीवन में एक ऐसी घटना होती है, जिससे उसके जीवन में दुखों का आना शुरू हो जाता है उसे फिरोज नाम के एक लड़के से मोहब्बत हो जाती है। फिरोज को पता था कि नरगिस किन्नर है लेकिन नरगिस के अच्छे स्वभाव की वजह से फिरोज नरगिस को बहुत पसंद करता था। फिरोज भी पढ़ाई लिखाई में बहुत होशियार था। और नरगिस भी इसलिए भी दोनों में अच्छी दोस्ती हो जाती है।
लेकिन फिरोज को शौहर के रूप में ना पाने के दुख से नरगिस का पढ़ाई से मन हट ने लगता है। नरगिस की अम्मी शमा को पता था कि एक दिन नरगिस के जीवन में यह मोड़ आ सकता है। इसलिए उसने अपनी तरफ से इसकी भी तैयारी कर रखी थी। वह फिरोज से उसके दिल की बात जानकर नरगिस का फिरोज से निकाह करवा देती है। फिरोज भी नरगिस से बहुत प्यार करता था और उसे पता था कि एक दिन नरगिस जीवन में बहुत कामयाब होगी। इसलिए वह पढ़ाई में नरगिस की पूरी मदद करता है।
और आईएएस के एग्जाम में नरगिस पूरे देश में प्रथम आती है। नरगिस आईएएस अफसर बन जाती है। अम्मी अब्बू अपने दोनों भाइयों और शौहर फिरोज के साथ टीवी पर इंटरव्यू देती है। सबसे पहले अम्मी का शुक्रिया अदा करती है फिर फिरोज का शुक्रिया अदा करके कहती है कि "तुम अपना वंश बढ़ाने के लिए दूसरी शादी कर लो फिरोज" नरगिस का टीवी पर सबके सामने हाथ पकड़ कर फिरोज कहता है कि "मैंने तुम्हारी रूह से प्यार किया है ना कि तुम्हारे शरीर से फिरोज की बातें सुनकर नरगिस की आंखों में खुशी के आंसू आ जाते हैं। नरगिस आंखों से आंसू पहुंचकर अपनी अम्मी के संघर्ष के विषय में सबको बताती है यह सुनने के बाद पूरी मीडिया समाचार पत्र शमा का इंटरव्यू लेते हैं। शमा इंटरव्यू मैंकहती है कि"नरगिस के जन्म के बाद मैंने फैसला लिया था कि मैं दुनिया की इच्छा से नहीं स्वयं की इच्छा से अपनी बेटी को पाल पोस कर बड़ा करूंगी और एक उच्च पद पर बताऊंगी।
Gunjan Kamal
11-Dec-2022 01:59 PM
शानदार
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Mahendra Bhatt
11-Dec-2022 09:10 AM
बहुत ही सुन्दर
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Abhinav ji
11-Dec-2022 09:08 AM
Very nice
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