ज़िंदगी का सफर - 💞हमसफ़र के साथ💞 "भाग 64"
राहुल ने उस डायरी को ओपन किया, उसके पहले पेज पर बहुत खूबसूरती से लिखा था * माय जर्नी माय लाइफ *
राहुल ने उसपर अपना हाथ फेरा फिर अगला पेज पलटा तो उसपर आन्या ने लिखा था
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हाय डायरी मेरा नाम आन्या है ओर तुम मेरी अब बेस्ट फ्रेंड हो जिसको मे अपने बारे मे सब कुछ बताउंगी, जानती हो आज मेने तुम्हे देखा तो मेरा मन तुम्हे लेने का हुआ ओर फिर मेरी एक फ्रेंड ने भी कहा की हम जो बाते किसी से नहीं कह पाते वो हम डायरी मे लिख सकते है तो मेने सोचा क्यू ना मै भी ऐसा ही करु
मै ना थोड़ी इंट्रोवर्ट टाइप की लड़की हु, मै सिर्फ उन लोगो के साथ ही बात ही बाते करती हु मस्ती करती हु ओर जिन्हर अच्छे से जानती हु बस उनके साथ, बाकी किसी से भी बात करने का मेरा दिल नहीं करता पता नही मुझे अच्छा नहीं लगता इसलिए, एनीवे छोड़ो तुम जानती हो आज मेरा बर्थडे है और मै 20 ईयर्स की हो गई हु, और आज सभी ने मेरा बर्थडे बहुत अच्छे से मनाया और मुझे बहुत सारे गिफ्टस दिये, आज बहुत मज़ा आया, लेकिन मुझसे एक गलती भी हो गई आज मेरे कारण इवान भाई के दोस्त को चोट आ गई, अब तुम सोच रही होगी की इवान भाई के कोनसे दोस्त अरे वही दोस्त जो यहां आते जाते रहते है और घर मे सबके लाडले है, वही डॉक्टर साहब मतलब राहुल जी, आज मेरे कारण उनके पेर मे चोट लग गई क्युकी मेने गलती से उनके पेर पर अपने सैंडल्स रख दिये थे, लेकिन वो बहुत अच्छे है उन्होंने मुझे माफ़ भी कर दिया, वो हमेशा ऐसे ही करते हो मै गलती करती हु तो वो मुस्कुराकर माफ़ कर देते है ।
चलो बाय डायरी अब मुझे नींद आ रही है गुड नाईट
"
इतना पढ़ राहुल के चेहरे पर स्माइल आ गई और उसे याद आया की कैसे उस दिन वो जानबूझकर आन्या से टकरा गया था ताकि आन्या उससे बात करे, और जब उसे चोट आई थी तब आन्या की फ़िक्र देख उसे कितना अच्छा लगा था, वो हमेशा से आन्या को पसंद जरूर करता था पर कभी उससे बात करने की भी उसकी हिम्मत नही होती थी, वो बस उसे दूर से देखता और जब भी बात करने का मन होता तो कुछ ऐसा कर देता जिससे आन्या खुद ही उससे बात करने लगती थी, उसने फिर दूसरा पन्ना पलटा और कुछ पन्ने युही पलटते गया जिससे आन्या ने अपनी दिनचर्या लिखी थी और कॉलेज मे क्या हुआ क्या नहीं वो सब, उसने इवान की शादी के बारे मे भी लिखा और शादी मे उसने कितनी मस्ती की वो भी, इस बीच उसने राहुल के बारे मे भी लिखा क्युकी राहुल अक्सर उनके घर आता तो कभी कभी उनके बीच बात हो जाती थी, राहुल ने फिर जैसे ही नेक्स्ट पन्ना पलटा तो उसमे आन्या ने कॉलेज ट्रिप के बारे मे लिखा था, कॉलेज बारे उनके बेच को ट्रिप पर लेकर जा रहे रहे थे, उसने भी फैमिली वालों को ट्रिप पर जाने की बात बताइ तो पहले तो सबने मना कर दिया फिर उसके बार बार जिद करने पर सब मान गये ओर उसे बहुत सारी हिदायतें दी, वो ट्रिप पर जाने के लिए बहुत एक्साइटेड थी क्युकी उसकी ये पहली ट्रिप थी जिसमे वो बिना आध्या या किसी ओर फैमिली मेंबर्स के बिना जा रही थी ओर जिसकी परमिशन उसे बड़ी मुश्किल से मिली थी वरना जब भी वो किसी ट्रिप पर गई थी या तो आध्या उसके साथ होती या अध्विक ।
वो नेक्स्ट डे अपनी ट्रिप पर गई, उनकी लोकेशन आगरा थी, वहां खूब एन्जॉय किया, आन्या अपनी एक फ्रेंड के साथ ही रही ओर हर जगह घूमी, वो सभी ताज़महल भी देखने गये, ओर वहा की नक्कासी ओर कारीगरी की खूब तारीफे की ।
वो सब आगरा की हर जगह घूमे ओर बहुत सारी फोटोज भी ली मस्ती भी की ।
एक दिन जब वो सब फिरसे आगरा घूमने गये तब वो किसी रिस्टोरेंट मे खाना खाने गये थे ओर वही साकेत की नजर उसपर पड़ी थी, वैसे तो वो ओर विकास बहुत समय से उसका पीछा कर रहे थे पर आज उन्हे आन्या अकेले दिख गई थी, साकेत फ़ौरन विकास को कॉल किया फिर जब आन्या वाशरूम की तरफ गई वो भी उसके पीछे गया ओर आन्या को एक कोने मे खींच उससे बोला
साकेत :- हाये जानेमन केसी हो
आन्या ( गुस्से से चिल्लाते हुए ) :- तुम कौन हो तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे छूने की, छोड़ो मुझे वरना अभी तुम्हे जेल भिजवा दूंगी
साकेत ( आन्या की तरफ अपना हाथ बढाकर ) :- अच्छा जेल भिजवाओगी पर ऐसे कैसे जानेमन अभी तो हमारी मुलाक़ात शुरु हुई है अभी तो बहुत कुछ बाकी है ( आन्या को ऊपर से नीचे गंदी नज़रो से देखते हुए ) वैसे बहुत कमाल लग रही हो, क्या बोलती हो चलोगी मेरे साथ मज़े करेंगे
साकेत इतना बोलकर हसने लगा तो आन्या ने गुस्से मे साकेत को थप्पड़ मारा ओर उसे ऊँगली दिखाते हुए बोली
आन्या :- कैसे इंसान हो तुम छी तुम्हे शर्म नहीं आती एक लड़की से ऐसे बात करते हुए, तुम्हारे घर मे मा बहन नहीं है क्या, लगता है नहीं है तभी तो तुम ऐसे हो, दोबारा मेरी नज़रो के सामने मत आ जाना वरना जान से मार दूंगी समझे
इतना बोलकर आन्या गुस्से मे वहा से वापस अपने ग्रुप के आ गई ओर उनके साथ चली गई वही साकेत ने गुस्से मे अपने गाल पर हाथ रखा ओर बोला
साकेत :- ये थप्पड़ तुम्हे बहुत महंगा पड़ने वाला है आन्या चौहान बहुत महंगा ।
इतना बोलकर वो भी गुस्से से वहा से चला गया ।
अगले दिन आन्या फिर सबके साथ मार्केट घूमने गई, वो वही घूमते घूमते ओर दुकानों पर सामान देखते सबसे थोड़ा आगे निकल गई की उसे पता ही नही चला ।
वो जैसे ही पलटी उसे कोई भी नजर नहीं आया तो वो घबरा गई, वो सबको इधर उधर ढूढ़ने लगी पर कोई नही मिला, तभी पता नही अचानक से उसके पीछे कोई आया और उसके नाक पर रुमाल रख उसे बेहोश कर दिया ओर जल्दी से उसे उठाकर अपनी गाड़ी के पास गया फिर वहा से चला गया ।
To be continued.......................
थैंक्यू सो मच आप सभी को मेरी स्टोरी पढ़ने के लिए।
इसी तरह आप सब मेरी स्टोरी पढ़ते रहिये और कमेंट के साथ स्टीकर्स भी जरूर दीजियेगा ।
Raziya bano
02-Feb-2023 06:02 PM
Nice
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Gunjan Kamal
11-Dec-2022 02:02 PM
शानदार भाग
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