अमन जब से इस शहर में आया था पानी की कमी से परेशान था क्यौकि अमन को नहाने में बहुत पानी खर्च करने की आदत थी। वह जब भी सेव करता था तब बास बेसिन का नल खुला रखने की आदत थी। जब वह पेस्ट करता तब भी वह नल बन्द नहीं करता था।
परन्तु अब उसको पानी की कमी के कारण नहाने के समय सावर भी बन्द रखना पड़ता था। इस लिए वह अपने पापा से बोला," पापा आप हमें कहाँ लेकर आगये इस शहर में तो पानी ही नहीं मिलता है। आप यहाँ से बापिस चलो। "
उसके पापा बोले," बेटा यहाँ और भी तो लोग रहते हैं। उनको देखकर जीना सीखो। क्यौकि वह यहाँ पर बहुत पहले से रह रहे है। तुम उनकी तरह जल बचाना सीखो।
बेटा तुम्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि हमारी पृथ्वी पर पानी की मात्रा सीमित है और इस बात की जानकारी सभी को रखनी चाहिए क्योंकि जल ही जीवन है जल के बिना जीवन संभव नहीं है इसके लिए हमें इसके महत्व को समझाना होगा। वरना ऐसा ना हो कि हम पानी को पीना तो दूर देख भी ना सकें। इसलिए अभी से इसके संरक्षण के बारे में सोचना और पानी की बचत करना आवश्यक है
इसके बाद उसके पापा उसको अपने दोस्त के घर लेकर गये तब उसने वहाँ जो देखा तब वह आश्चर्य में पड़ गया । क्यौकि वह लोग पानी की बचत करते थे। वह नल को उतनी ही देर खोलते जितनी जरूरत होती थी उसके बाद तुरन्त बन्द कर देते थे।
जब उनका बेटा नहाने गया तब वह बाल्टी में पानी भर कर नहा रहा था और कुछ समय बाद ही नहाकर आगया तब अमन ने पूछा," तुम इतनी जल्दी नहाकर आगये।"
तब वह बोला," भैया अधिक पानी ऊपर डालकर पानी को बर्बाद करना होता हैं। हम केवल एक बाल्टी पानी से ही नहालेते है। पानी को बचाने के बहुत तरीके है यदि हम सभी इनको अपने प्रयोग में लाने की कोशिश करे तब हम इतना पानी बचासकते है कि उस पानी से एक घर का और काम चल सकता है।"
"वह कैसे ?" अमन ने पूछा।
वह बोला," 1-जब हम पेस्ट करते है हमें नल उतनी ही देर खोलना चाहिए जितनी हमें जरूरत है।
2- जब हम सेव करते है हमें पानी किसी बर्तन में रखना चाहिए।
3- जब हम नहाते है हमें पानी बाल्टी में भरना चाहिए।
4 - कपडे़ धोते समय नल कम खोलना चाहिए।
इसी तरह हम अपने घर की बिजली की खपत भी आधी कर सखते है जैसे कमरे से बाहर आते समय सभी लाइट व पंखे के बटन बन्द करके बाहर आना चाहिए।। मोबाइल चार्जर न चार्ज करते समय बन्द करदेना चाहिए। टी बी को स्विच से आफ करना चाहिए।
अमन उसकी बाते सुनकर घर आया और उसने भी बिजली व पानी की बचत करना शुरू कर दिया। अब उनको पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ता है और उनकी बिजली का बिल आधा आने लगा है।
रहीम दास जी ने भी कहा है :-
रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून।
पानी गये न ऊबरे मोती मानस चून ।।
आज की दैनिक प्रतियोगिता हेतु रचना।
नरेश शर्मा " पचौरी "
shweta soni
22-Dec-2022 06:33 PM
बहुत सुंदर रचना 👌
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Gunjan Kamal
21-Dec-2022 10:21 AM
शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻
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Punam verma
21-Dec-2022 09:11 AM
Very nice
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