Gunjan Kamal

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गंगा

पवित्र  नदियों  में  एक  नदी
हमारी   गंगा   मानी   जाती  है
पंचामृत भी तभी बनता जब इसमें
इसकी जलधारा मिलाई जाती है।

अपनी जलधारा से इस धरती को
पावन यह बनाती है
गंगा ही है जो सभी पापियों के
पापों को धुलाती है ।

मृत्यु निकट हो तब भी
इसे ही पिलाई  जाती है
तुलसी दल के साथ मिलकर
मुख से यह लगाई जाती है।

                                       धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻

गुॅंजन कमल 💗💞💓

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3 Comments

Varsha_Upadhyay

23-Dec-2022 11:06 AM

शानदार

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Mahendra Bhatt

23-Dec-2022 10:37 AM

बेहतरीन

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Sachin dev

21-Dec-2022 08:27 PM

Nice

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