Kavita
इस आखिरी महीने में,
तुम अक्षर मांग रहें हो,
मेंने पूरी कविता लिख डाली,
तुम कहानी नए सिरे से पिरो रहें हो,
भाप रही मुझे तुम्हारी यादें,
तुम शायद फिर कविता के बोल लिख रहें हो,
उलझन हैं रिश्ता नामी,
तुम बेनाम रिश्ता निभा रहे हो,
इस आखिरी महीने में,
तुम अक्षर मांग रहें हो,
मेने अक्सर कलम का त्याग देखा,
देखा कलम का काग़ज़ के प्रति प्रेम,
वो अनगिनत शब्द,
जिन्हें कलम ने काग़ज़ में बिखेर दिया,
तुम्हारी यादों का सिलसिला बरकरार देखा,
बरकरार होते सितारों को,
मेंने अँधियारे की गिरफ्त में,
चमकते देखा,
Renu
21-Dec-2022 02:54 AM
👍👍🌺
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