Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -22-Dec-2022 देश के लिए आया पैगाम

विषय-पैगाम

शीर्षक-देश के लिए आया पैगाम

आया देश के लिए पैगाम,
देश के लिए हुआ तैनात,
मातृभूमि का बनकर रक्षक,
सब कुछ किया अर्पण।

पहन कर निकले हैं वर्दी,
सिर पर केसरिया पगड़ी,
रोली चंदन तिलक सजे,
संग में अस्त्र लेकर चले।

दुश्मनों को देंगे जवाब,
वतन को करेंगे आबाद,
भारत मां का बढ़ाएंगे मान।
दुश्मनों को देंगे करारी हार।

सीने पर खाएंगे  गोली,
रक्त की खेलेंगे होली,
फिर भी ना निकले बोली,
वतन से है यारों हमजोली।

हंसते-हंसते मर जाएंगे,
मातृभूमि का कर्ज चुकाएंगे,
वर्दी का फर्ज निभाएंगे,
देश की शान बढ़ाएंगे।

आखरी है बस यही ख्वाहिश,
ध्वज लहराता रहे हमारा,
भारत मां के चरणों में हो शीश मेरा,
आंखें हो मेरी खुली देखूं आसमां।

आया मेरे लिए देश का पैगाम,
देश का जीत जाऊं मैं विश्वास,
कुछ करके मर मिट जाऊं आज,
झंडे का बढ़ाऊ मैं मान।

चाहे बनु में अग्निवीर,
चाहे बनु में क्रांतिवीर,
बनू मैं देश का वीर,
वतन की रक्षा के लिए हो तीर।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा

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6 Comments

बहुत ही सुंदर सृजन

Reply

Gunjan Kamal

23-Dec-2022 05:52 PM

शानदार प्रस्तुति 👌

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Sachin dev

23-Dec-2022 04:47 PM

Well done

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