Kalpna Chouhan

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ज़िंदगी का सफर - 💞हमसफ़र के साथ💞 "भाग 76"

इवान :- क्या हुआ किआरा तुमने जल्दी आने को क्यू कहा और ऐसा कोनसा अर्जेंट काम था जो तुमने बुलाया, पहले तो कभी नही बुलाया था बताओ क्या हुआ कही उन लोगो का कॉल तो नही था 


किआरा ( हाँ मे सर हिलाते हुए ) :- हाँ उन्ही का कॉल था उन लोगो ने मुझे लाल किला अर्जेंट बुलाया है 

इवान :- मतलब रों से.......

किआरा :- जी इवान जो, आज उनका फोन भी आया था और जब माजी और चाचीजी के साथ हम शॉपिंग करने गये थे तब हमे वहा इजेंट क़्वीन मिली और उन्होंने हमे आज ही हेड ऑफिस बुलाया है उन्हे कुछ जरूरी काम है 

इवान :- अच्छा तो फिर बताओ कब जाओगी 

किआरा :-  आप तो जानते है इवान जी वहा जाना आसान नही है आखिरी बार आप ही ले गये थे तब जा पाई थी इस बार भी आपको ही सोचना पड़ेगा की कैसे जाना हो पायेगा

इवान :- ठीक है तो तुम तैयार हो जाओ मै अभी माँ से बात करके आता हु 

किआरा :- जी ठीक है मै होती हु तैयार पर आप ये तो बताइये की माजी से कहेंगे क्या आप 

इवान :- वो मै देख लूंगा तुम बस तैयार रहना ओके 

इतना बोल इवान जल्दी से रूम से बाहर निकल सुमित्रा जी के पास गया तो वही किआरा मुस्कुरा दी और वो दिन याद करने लगी जब उसने इवान को अपने बारे मे बताया था
शादी के कुछ दिन बाद इवान ने किआरा से कहा था की वो चाहे तो काम भी कर सकती है जरूरी नहीं की हाउस वाइफ बने, तभी किआरा ने उसे बताया था 


.....FLASHBACK.....


किआरा अपने रूम मे बैठी कपड़ो की घड़ी कर रही थी और इवान वही बैठा वन्या और उत्कर्ष के साथ खेल रहा था, उसकी नजर किआरा पर गई तो उसे काम करते देख उसके दिमाग मे कुछ आया और वो किआरा से बोला 

इवान :- किआरा मुझसे आपसे कुछ कहना है 

किआरा ( अपना काम करते हुए ही ) :- जी कहिये क्या कहना है आपको

इवान :- किआरा जी आप चाहे तो काम कर सकती हो और फिर आज डाइनिंग टेबल पर माँ पापा दादी जी सभी ने भी तुम्हे परमिशन दे दी है काम करने की तो तुम कोई जॉब भी ढूंढ सकती हो या फिर पहले जहा करती थी वहा कर सकती हो 

इवान की बात सुन किआरा एक टक खामोशी से इवान को देखने लगी, वो कुछ सोच रही थी जैसे कोई फैसला कर रही हो, इवान किआरा के जबाब का इंतज़ार कर रहा था पर वो बस खामोश थी तो इवान फिर बोला

इवान :- क्या हुआ किआरा खामोश क्यू हो कुछ तो कहो करोगी जॉब या नही

किआरा ( एक गहरी सांस लेकर ) :- इवान जी मुझे आपको कुछ बताना है 

इवान :- हाँ कहो क्या कहना है 

किआरा :- व... वो ह... हमे आपसे ये कहना था की.....

इवान :- क्या हुआ किआरा ऐसा क्या कहना है तुम्हे की इतना सोच रही हो, तुम बेफिक्र रहो और कहो जो कहना है मै सब सुन रहा हु 

किआरा ( अपनी आँखे बंद कर ) :- जी हमे आपको ये बताना था की हम... हम एक सीक्रेट ऑफिसर है 

इवान असमंजस मे किआरा को देखने लगा तो किआरा फिर बोली

किआरा :- सीक्रेट ऑफिसर मतलब सीक्रेट एजेंट, हम रों मे एक सीक्रेट एजेंट है 

किआरा की बात सुन इवान हैरान हो गया, वो हैरानी से किआरा को देखने लगा जो अब भी अपनी आँखे मीचे खड़ी थी, वो उठकर उसके पास गया और किआरा की बात कन्फर्म करते हुए उससे पूछा 

इवान :- एजेंट... जो सबसे छिपकर देश की सेवा करते है 

किआरा ने हाँ मे सर हिलाया तो इवान इतना खुश हुआ की उसने आगे बढ़कर किआरा को जोर से गले लगाया और बोला 

इवान :- क्या कहु किआरा ये जानकार मुझे कितनी खुशी हो रही है, मतलब मै बता नहीं सकता आप... आप एक ऑफिसर है मुझे आप पर गर्व है किआरा आय एम सो प्राउड ऑफ यू, मै बहुत लकी हु की आप मेरी हमसफ़र है क्युकी जो काम आप करती है वो कोई शब्दो था बया नही कर सकता, हर इंसान जो भी काम करता है सभी को बताकर करता है, अगर कही दान भी करना हो तो पहले 200 या 500 रुपये के साथ सेल्फी लेंगे फिर 2 रुपये का सिक्का पकड़कर चले जाएंगे, पर आप जैसे एजेंट  बिल्कुल निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करते है, बिना किसी को अपनी आइडेंटिटी बताये, बिना अपने काम का श्रेय अपने ऊपर लिए करते है, ना घर वालों को ओर ना ही किसी ओर को ये बता सकते है की आपने कितना बड़ा योगदान दिया है, मुझे और इस देश को आप जैसे शख्स पर बहुत गर्व है, ( फिर कुछ सोचते हुए ) लेकिन सीक्रेट ऑफिसर तो अपनी आइडेंटिटी किसी को बता नहीं सकते है ना तो आपने मुझे क्यू बताया 

इतना बोलकर इवान किआरा से अलग हुआ और उसे सैलूट किया तो किआरा जो इवान की बात सुन उसकी आँखे नम हो गई थी वो नम आँखों से ही मुस्कुरा दी और बोली 

किआरा :- हम अपनी आइडेंटिटी किसी और को नही बता सकते पर आप तो हमारे जीवनसाथी है हमारे हमसफ़र, आपसे हम कैसे कोई राज रख सकते है इसलिए हमने आपको ये बताया 

इवान :- अच्छा ठीक है जो आपने बताया पर मै अब आपसे प्रॉमिस करता हु किआरा की मै इस बारे मे किसी को कुछ नहीं बताऊंगा और जब भी आपको मेरी जरूरत पड़ेगी मै आपका साथ जरूर दूंगा

किआरा :- थैंक्यू... थैंक्यू सो मच इवान जी हमे समझने के लिए और हमारा साथ देने के लिये, हम सच मे किस्मत वाली है की आप हमे मिले 

उस दिन के बाद से जब भी किआरा को हेड ऑफिस से कॉल आया या कुछ काम से बुलाया गया तो इवान ने उसकी मदद की, विकास और अनु के बारे मे इनफार्मेशन मे भी उसने अपने एक खास व्यक्ति से निकलवाई थी जो सिर्फ उसके लिए काम करता था 



.....FLASHBACK END.....


किआरा सब याद करते हुए मुस्कुरा दी फिर वो तैयार होने चली गई तो वही इवान सुमित्रा के पास गया और बोला

इवान :- माँ मुझे आपसे कुछ कहना है 

सुमित्रा जी :- हाँ कहो इवान क्या कहना है

इवान :- माँ आज मेरा एक दोस्त अपनी वाइफ के साथ बहुत दिनों बाद यहां दिल्ली आया है तो वो मुझसे मिलना चाहता है 

सुमित्रा जी ( मुस्कुराकर ) :- हाँ तो इसमे पूछने वाली क्या बात है बेटा जाओ और जाकर मिल लो उससे और हाँ साथ मे किआरा को भी ले जाना ओके

इवान :- ओके माँ थैंक्यू हम अभी निकलते है 

इतना बोल इवान ने सुमित्रा जी को साइड हग किया और फिर रूम मे जाकर खुद भी रेडी हुआ और किआरा के साथ निकल गया 





To be continued.......................

थैंक्यू सो मच आप सभी को मेरी स्टोरी पढ़ने के लिए। 
इसी तरह आप सब मेरी स्टोरी पढ़ते रहिये और कमेंट

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5 Comments

Varsha_Upadhyay

30-Dec-2022 05:32 PM

बेहतरीन

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प्रिशा

27-Dec-2022 09:00 PM

Bahut sunder 👌

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