Kalpna Chouhan

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ज़िंदगी का सफर - 💞हमसफ़र के साथ💞 "भाग 79"

इवान जो किआरा के कंधे पर किस कर रहा था ये सुनकर वो हैरान हो गया और किआरा से दो कदम पीछे हट गया, किआरा पीछे पलटी और इवान के पास जाकर उसके गले लग गई तो इवान ने भी उसे कसकर गले लगा लिया, किआरा की जान को खतरा है ये सुनकर उसका दिल धक धक करने लगा था, उसे डर लगने लगा था की कही इस मिशन के दौरान किआरा को कुछ हो ना जाये, अगर उसे कुछ हुआ तो वो और उसके बच्चे वन्या और उत्कर्ष कैसे रहेगे, इस सोच ने ही इवान को डरा दिया था उसने किआरा पर अपनी पकड़ कस दी, किआरा इवान के डर को अच्छे से समझ रही थी इसलिए उसने उसे शांत होने का मोका दिया फिर वो बोली 


किआरा :- इवान जी आप शांत हो जाइये आप क्यू इतनी चिंता कर रहे है मै ठीक हू और कुछ नहीं होगा मुझे, और फिर देश की सेवा के आगे मेरी जान तो बहुत छोटी चीज है ना आप तो जानते है, देश सेवा बढ़कर और कुछ थोड़ी होता है, अब आप ये सब छोड़िये और चलिए घर चलते है वन्या और उत्कर्ष रो रहे होंगे और सभी हमारा इंतज़ार भी तो कर रहे होंगे

इवान ने किआरा को देखा और फिर उसके गाल पर हाथ रख माथे पर किस करके कहा

इवान :- जानता हू किआरा की देश सेवा से बढ़कर कुछ नहीं है पर मुझे तुम्हारी चिंता है 

किआरा ( इवान के हाथ पर हाथ रखकर ) :- जानती हू इवान जी आपको हमारी चिंता है पर ये सब मत सोचिये सब ठीक होगा, चलिए घर चलते है सब राह देख रहे होंगे, देखिये कितना लेट हो गया है 

किआरा आगे जाने लगी की इवान ने उसका हाथ पकड़ कर रोका और उसे अपने पास खींचते हुए बोला 

इवान :- कोई हमारी राह नहीं देख रहा होगा किआरा क्युकी मैने माँ से पहले ही कह दिया था की लेट हो जायेगा, इसलिए हमारी रह ना देखे 

किआरा ( पलटते हुए ) :- हाँ पर फिर भी आप देखना माँ जाग रही होगी चलिए अब जल्दी 

किआरा फिर आगे जाने लगी की इवान ने उसे खींच कर अपने गले से लगा लिया और धीरे से बोला 

इवान :- अभी चलते है ना किआरा बस कुछ देर ऐसे ही रहो 

इवान की बात सुन अब किआरा ने कुछ ना कहा और उसने भी वापस इवान को गले लगा लिया, कुछ देर युही एक दूसरे को महसूस करने के बाद दोनो वहा से निकल गये, रास्ते मे उन दोनों ने एक रेस्टोरेंट मे खाना खाया और फिर घर वापस आ गये

जब इवान और किआरा हाल मे आये तो उन्हे वहा सुमित्रा जी बैठी दिखाई दी, इवान उनके पास गया और बोला 

इवान :- अरे माँ आप अभी तक जागी क्यू है सो जाती ना हमारे पास स्पेयर की थी और हमने दरवाजा खोल ही लिया था, आप युही जागी 

सुमित्रा जी :- जानती हू बेटा की तेरे पास स्पेयर की थी पर फिर भी एक माँ को चिंता तो होती ही है चलो अब तुम दोनो फ्रेश होकर आओ मै खाना लगाती हू 

किआरा ( सुमित्रा जी को रोकते हुए ) :- माजी हमने खाना खा लिया था आप चिंता मत कीजिये और आप जाइये और सो जाइये

सुमित्रा जी :- ठीक है बेटा तुम दोनो भी सो जाओ गुड नाईट

इतना बोलकर सुमित्रा जी जाने लगी तो किआरा ने उन्हे रोककर पूछा 

किआरा :- माँ वन्या और उत्कर्ष कहा है 

सुमित्रा जी ( मुस्कुराकर ) :- किआरा बेटा तुम उनकी चिंता मत करो, वन्या आन्या के साथ ही सो गई है और उत्कर्ष अपने अध्विक चाचू के साथ मस्ती करते हुए सो गया है, अब तुम दोनो भी जाओ और सो जाओ ओके

इतना बोलकर सुमित्रा जी चली गई तो इवान और किआरा भी वापस अपने रूम मे आये 

दोनो फ्रेश हुए, किआरा ड्रेसिंग टेबल पर बैठी अपने हाथो पर मौसचराइज़र लगा रही थी, उसने इस बक्त एक ग्रे कलर की नाईटी पहनी हुई थी, वही बालकनी मे खड़े इवान के दिमाग़ से उसकी बाते और मिशन मे खतरा है ये बाते निकल ही नहीं रही थी, उसे किआरा की फ़िक्र हो रही थी, इवान वापस रूम मे आया तो उसे किआरा दिखी जो अब बेड को ठीक कर रही थी, वो उसके पास गया और किआरा का हाथ पकड़ उसे गले से लगा लिया लेकिन किआरा अचानक हुए इस एक्शन से संभल नही पाई और वो बेड पर गिर गई, उसके साथ ही इवान भी बेड पर जा गिरा, वो इस बक्त किआरा के ऊपर था और एक टक किआरा को देख रहा था, किआरा की आँखे इस बक्त डर के कारण बंद थी वो इस बक्त इतनी मासूम लग रही थी की इवान को उसपर बहुत प्यार आ रहा था, उसने आगे बढ़कर किआरा की दोनो बंद पलकों को चूम लिया तो किआरा ने अपनी आँखे खोली
इवान और किआरा दोनो की आँखे एक दूसरे से टकरा और दोनो एक दूसरे की आँखों मे देखने लगे, किआरा को इस बक्त इवान की आँखों मे खुद के लिए बेपनाह प्यार और उसे खोने का डर साफ दिख रहा था, वो इस बक्त इवान को कोई झूठी दिलासा नहीं दे सकती थी क्युकी उसे भी नही पता था की मिशन के दौरान क्या होगा, पर उसे ये महसूस करवा सकती थी की वो इस बक्त उसके पास है उसके साथ है तो उसे डरने की जरूरत नही है, इसलिए किआरा उसे प्यार से देखने लगी, इवान ने इस बार किआरा के दोनो गालो पर किस किया तो किआरा की पलके फिर बंद हो गई, इवान की नजर उसके नाजुक होठो पर गई तो बिना एक पल गवाएं उसने उन्हे अपने होठो की गिरफ्त मे ले लिया, उसके इस किस से किआरा को इवान का प्यार महसूस हो रहा था, किआरा ने अपने हाथो को उसके गले पे लपेट उसके बालो मे अपनी उंगलिया घूमने लगी और वो भी उसका साथ देने लगी 

कुछ देर तक किस करने के बाद जब किआरा की सांसे उखड़ने लगी तब इवान ने उसके होठो को छोड़ उसके गले पर किस करने लगा, आज इवान किआरा को जी भरकर प्यार करना चाहता था उसे महसुस करवाना चाहता था की वो उसे कितना प्यार करता है उसके बिना उसकी ज़िंदगी कुछ भी नही है, उसने किआरा की नाईटी को उसके कंधे से थोड़ा खिसकाया और किस करने लगा, पर तभी अचानक वो रुक गया और किआरा की नाईटी को ठीक कर उसकी साइड मे लेट गया, किआरा ने उसे रुकते देखा तो उसकी तरफ पलटी और बोली 

किआरा :- क्या हुआ इवान जी आप रुक क्यू गये आप ठीक है ना 

इवान ( बिना किआरा की तरफ देखे ) :- आय एम सॉरी किआरा मै थोड़ा बहक गया था और तुमसे परमिशन भी नहीं ली, पर तुम सो जाओ मै ठीक हु

किआरा ( इवान के सीने पर अपना सर रखकर ) :- आपने कुछ गलत नही किया इवान जी आपका मुझपर हक है, और रही परमिशन की बात तो आपको पुरी परमिशन है, मै भी आपको महसूस करना चाहती हु आपका प्यार पाना चाहती हु आप ऐसा मत सोचिये 

इवान ( आश्चर्य से ) :- क्या कहा तुमने मुझे परमिशन है 

किआरा ने आँखे बंद कर हाँ मे सर हिलाया दिया और फिर शर्मा कर दोबारा ईवान के सीने पर सर रख लिया तो इवान ने उसे अपनी बाहो मे कस लिया और फिर किआरा के ऊपर आ उसके होठो को पैसिनटली किस करने लगा, फिर उसके होठो को छोड़ उसके गले पर किस करने लगा, इस बार उसने खुदको रोका नहीं और आगे बढ़कर किआरा को प्यार करने लगा 
धीरे धीरे उन दोनो का प्यार परवान चढ़ने लगा, आज वो दोनो एक दूसरे को दिल से महसूस कर रहे थे, आज उन दोनो का प्यार अतीत के हर बंधन को तोड़ चुका था, धीरे धीरे दोनो के बीच सरगोशी बढ़ती गई और वो दोनो अपने प्यार के उस जहाँ मे खो गये जहा उन दोनो के अलाबा कोई नहीं था, थे तो सिर्फ वो दोनो और उनका प्यार, आज वो दोनो अपने अतीत को भुला एक दूसरे का वर्तमान बन एक दूसरे के साथ खड़े थे और एक दूसरे को हर कमियों के साथ अपना लिया था !







To be continued.......................

थैंक्यू सो मच आप सभी को मेरी स्टोरी पढ़ने के लिए। 
इसी तरह आप सब मेरी स्टोरी पढ़ते रहिये और कमेंट

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5 Comments

Gunjan Kamal

31-Dec-2022 12:20 PM

Nice

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Varsha_Upadhyay

30-Dec-2022 05:28 PM

शानदार

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