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दगा -26-Dec-2022

प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 26/12/2022

शीर्षक: दगा

मेरे साथ ही ऐसा क्या हुआ कि किस्मत दगा कर गई?
मेरे होते ऐसा क्या हुआ कि तू किसी और की हो गई?

गुनाह बता मेरा क्या ऐसा कर दिया मैनें?
मेरे नज़दीक आते आते तू मुझसे जुदा हो गई।


वक्त लगेगा बहुत सनम तुझे भूलने में मुझे,
कैसे बदलूं आदत अपनी मुझे तेरी आदत पड़ गई ।

खता क्या हुई ऐसी जो दामन छुड़ाकर चली गई?
वक्त खराब मेरा ही था जो तू मुस्कुरा कर चली गई।

दगा मैंने नहीं की मैं तो आज भी हूं वही,
पूछ खुद से तू क्या थी और आज क्या हो गई?

शाहाना परवीन "शान"...✍️
पटियाला पंजाब 

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2 Comments

Alka jain

27-Dec-2022 12:21 AM

शानदार

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Abhilasha deshpande

26-Dec-2022 10:05 PM

वाह क्या कहना

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