Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -26-Dec-2022 मेरे खत का देना जवाब

शीर्षक- मेरे खत का देना जवाब
तेरे इश्क में हुई थी हमसे खता,
हो गए थे तेरे इश्क में फना।

दिया तुमने हमको दगा,
किस बात की दी तुमने सजा।

भूल गए थे तुम्हारी याद,
जब भी आती पूर्णमासी की रात।

नहीं भूल पाते तुम्हारी बात,
लेकर बैठे हैं दिल पर घाव।

दिल को हम समझा रहे थे,
होगी कोई मजबूरी तुम्हारी।

भूल गए थे हम तुम्हें,
 बेवफाई का दाग ना मिटा सके।

आज भी कर रहे हैं तुम्हारा इंतजार,
देना तुम्हारी दगा का जवाब।

ऐसी क्या मजबूरी थी,
साथ निभाने के किए थे वादे

पल भर में भुला दी तुमने सब कसम
आंखों में दे दिये तुमने अश्क।

लिख रहे हैं तुमको यह खत,
कभी तुम्हारी रहा करती थी सनम।

तुम्हारे दिल की थी शहजादी,
एक बार बता दो वह मजबूरी।

दिल में जो बनाए सपने,
रह गए हैं अब अधूरे।

खत पढ़कर देना तुम्हारे दगा का जवाब,
करूंगी तुम्हारे खत का इंतजार।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा

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5 Comments

सुन्दर सृजन

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Renu

27-Dec-2022 09:54 PM

👍👍🌺

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Muskan khan

27-Dec-2022 09:38 PM

Nice

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