Madhu Arora

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विदाई

विदाई

यादें तेरी बहुत है,
किस-किस को भुलाएंगे।
खट्टी मीठी यादें सारी,
दिल में सजाएंगे।

कुछ तो सुख के फूल मिले,
कांटे भी है दिल को चुभे।
सब कुछ तो मिला यहां
किस किस को बताएंगे।

कुछ नया पाया यहां
खोया भी देखो बहुत।
दोस्तों का साथ प्यारा,
दिल में समाए हैं।

आओ निकट अवसान हैं,
दो दिन की बात है।
इसको अब विदा कहे,
नव वर्ष का सम्मान हो।

भेद जीवन के खोलता,
यादों में यह है डोलता ।
क्या खोया क्या पाया,
खुद को राह टटोलता।

नए सपने पालती हूं,
नव वर्ष के सम्मान में।
मन की पीर पराई हुई,
खुशियों के सम्मान में।

चाहती हूं आज मैं,
विदा तुमको मैं कहूं।
जो दिया तुमने मुझे,
धन्यवाद में अब कहूँ।

प्रार्थना करती हूं रब से,
नव वर्ष सबको शुभ रहे।
मनचाहा मिलता रहे,
खुशियों से आंगन खिलता रहे।

            रचनाकार ✍️
           मधु अरोरा
  

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3 Comments

Varsha_Upadhyay

03-Jan-2023 07:56 PM

शानदार

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Sachin dev

02-Jan-2023 06:24 PM

Superb

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Gunjan Kamal

02-Jan-2023 12:44 AM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

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