लेखनी कहानी -17-Jan-2023
*सपने भी सच होते है*
विधा : कविता
देख है जब से तुमको
ये दिल बहुत बैचैन है।
और दिल की धड़कने
बहुत तेज हो रही।
आँखो को भी एक
खोज चल रही है।
और चेहरे पर भी
मेरे उदासी छा रही।।
बहुत देखा है मैंने
अपने इस जीवन में।
किसी से किसी की
कैसे मिलती है आँखे।
जुदा होने पर फिर
यह सब होने लगता है।
और तड़प उन्हें देखने की
मिटाये भी नहीं मिटती।।
बड़े ही किस्मत वाले है वो
जिन्हें अपनी पसंद मिलती।
तमन्नाए जो थी दिल की
वो आंगन में खिल उठी।
और अपनी मोहब्बत को
वो अपने साथ पाते है।
तभी तो उम्र भर वो
खुशी से झूमते रहते।।
Renu
18-Jan-2023 10:34 AM
👍👍
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सीताराम साहू 'निर्मल'
17-Jan-2023 11:31 PM
बहुत खूब
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Rajeev kumar jha
17-Jan-2023 07:28 PM
शानदार
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