हिंदी कहानियां - भाग 89
एक दिन बादशाह ने बीरबल से पूछा कि बीरबल तुम्हारे श्री कृष्ण भगवान घुंघुचियो की माला पहनते थे| क्या उनके पास हीरे-जवाहरात नहीं
थे? भगवान का अर्थ ऐश्वर्य कार होता है| पर मालूम होता है कि वह केवल नाम के ऐश्वर्या थे, जो ऐसी चीज गले में पहनते थे|
बीरबल ने कहा:- जहांपनाह, हमारे धर्म ग्रंथों में लिखा है कि जो चीज एक बार भी सोने से तोल दी जाती है, वह महान और पवित्र हो जाती है|
फिर घुंघुचिय, सैकड़ों बार सोने से तुलती है| अतः उन की पवित्रता का कहना ही क्या| इसी महान पवित्रता के कारण ही तो उन्हें भगवान की
माला में स्थान मिला है| बादशाह बीरबल के इस उत्तर को सुनकर लज्जित हो गए|