लेखनी प्रतियोगिता -28-Jan-2023
रख दो अपना हाथ मेरी आँखों पर
दो पल सपनों को आराम दे दूं
जो तुम्हारी इजाजत हो तो मैं इस
भावना को मोहब्बत का नाम दे दूं।
वो पल अच्छा लगता है जब
अहसास तुम्हारा होता है
वो बातें अच्छी लगती हैं
जिनमें जिक्र तुम्हारा होता है
जब याद तुम्हारी आती है
मैं गुस्सा भूल जाता हूँ
एक क्षण के लिए मैं अपने को
किसी और जहाँ में पाता हूँ।
तुम कहो तो अपने मन को
मैं तुम्हारी यादभरी शाम दे दूं।
लड़की तुम हो साधारण सी
और बातें भी साधारण सी
हैं नैन नक्श भी साधारण
और आँखे भी साधारण सी
पर कहीं कहीं ये लगता है
तुम मुझको पूरा करती हो
मेरे मन के खालीपन को
अपने अस्तित्व से भरती हो
सोचता रहे तुम्हें रात और दिन
कहो तो दिल को ये काम दे दूं।
।
।
।
Shashank मणि Yadava 'सनम'
29-Jan-2023 10:16 AM
बहुत ही सुंदर सृजन
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Gunjan Kamal
29-Jan-2023 10:15 AM
शानदार
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Abhinav ji
29-Jan-2023 08:12 AM
Very nice
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