लेखनी कविता - महाकाल

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महाकाल आती    विपदाएं    आ   जाएँ, पर  फिर भी  हम क्यों  घबराएँ, महाकाल  कि   है  जब  कृपाएँ, दुःख संकट  खुद ही  टल जाएँ। 🖋️ स्वाती चौरसिया ...

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