ओस की बूंदे

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_______________________________________ तरबतर हो जाती मेरी रूह तेरे एहसास से तू ही तू महसूस होता आती-जाती हर सांस से बिखर गए सब रेत के घरौंदे, सिर्फ यादें रह जाए तेरे बिन यार ...

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