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ओस की बूंदों सी , निर्मल होती हैं बेटियां। चांद की चांदनी सी, पावन होती है बेटियां। महकता घर आंगन, खुशबू सी होती बेटियां। धीर गंभीर वक्त के साथ , बदलती ...