कविता--ओस की बूंद

1 Part

286 times read

12 Liked

कविता ओस की बूंद  झिलमिल झिलमिल सी मखमली ओस की बूंद घास के कोनों में टंकी मोती  सी कितनी सुंदर अलबेली  प्रकृति की तन से टपकी ओस की बूंद  मखमली कोमल ...

×