दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय कली

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प्रभू मै तेरे दिल की कली हूं, तू चाहे इसे खिलाए , या न खिलाए बो तेरी मर्जी है , चाह जो भी हो,  हे प्रभु! तेरे बिना कैसे आती? तेरे ...

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