लेखनी प्रतियोगिता -05-Feb-2023

1 Part

261 times read

13 Liked

महकती हवाओ में वीणा सी खनक छा गई तेरी चूड़ियां मुझको सरगम धुन समझा गयी। अगरबत्ती सी जिंदगी कभी जले कभी धुआं करे किसकी चिंता हो मुझको जो कुछ होता है ...

×