लेखनी प्रतियोगिता -05-Feb-2023

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महकती हवाओ में वीणा सी खनक छा गई तेरी चूड़ियां मुझको सरगम धुन समझा गयी। अगरबत्ती सी जिंदगी कभी जले कभी धुआं करे किसकी चिंता हो मुझको जो कुछ होता है ...

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