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प्रतियोगिता हेतु गजल कहे बिना अब रहा न जाए, ये सादगी मन लुभा रही है। गुलाबी तन पर गुलाबी साड़ी,गजब नजारा दिखा रही है।। दहक रहा है तुम्हारा यौवन,बहक रहा है ...