मदिरालय-06-Feb-2023

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कविता -मदिरालय आ जाओ किसी भी रस्ते से      हम एक जगह मिल जाएंगे          न मंदिर मस्जिद का सिद्दत                 पी पीकर अपनी गाएंगे।  गम के गलियों से तुम निकलो    हम   भी ...

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