लेखनी कविता-07-Feb-2023

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*रिश्तेदार* बिना रिश्तेदार के सजे न घर आँगन। विवाह हो या जन्मोत्सव सब में लाते जान।। नोक झोंक संग आती माहौल में मस्ती। जुड़ी रहती आपस में जीवन की किश्ती।। ये ...

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