1 Part
402 times read
8 Liked
शीर्षक = पांच बहु रानियाँ शाम के चार बज रहे थे। दरवाज़े पर किसी की दस्तक होती है। "सायमा! जा जाकर देख दरवाज़े पर कौन आया है? तेरे पापा तो नही ...