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मनहरण घनाक्षरी (८८८७ पदांत गुरु) सृजन शब्द - मधुमास ******************* इंतजार पूरा हुआ, पत्तों ने धरा को छुआ । आया प्यारा मधुमास, प्रकृति है सजती ।। त्योहार मनाएंँ सभी, घर को ...