कविता = अश्कों की धार

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कविता = ( अश्कों की धार ) ठोकरों की पछाड़ से ! बेवफ़ाई की कटार से !! मंज़िलों की लताड़ से ! गर्दिशों की मार से !! पैदा हुआ ये कवि ...

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