अहा बनारस लेखनी कविता -13-Feb-2023

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अहा बनारस जब आँख खुले तो हो सुबह बनारस जहाँ नजर पड़े वो हो जगह बनारस रंग जाता हूँ खुशी खुशी इसके रंग में मैं झूम कर दिल कहता मेरा अहा ...

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