अहा बनारस लेखनी कविता -13-Feb-2023

1 Part

307 times read

10 Liked

अहा बनारस जब आँख खुले तो हो सुबह बनारस जहाँ नजर पड़े वो हो जगह बनारस रंग जाता हूँ खुशी खुशी इसके रंग में मैं झूम कर दिल कहता मेरा अहा ...

×