भोर की लाली

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आज दिनांक १७.२.२३ की कविता प्रतियोगिता वास्ते  विषय: भोर की लाली .....................भोर की लाली..................... भोर हुई अब नील गगन मे लाल छाई जाती है, विदा हेतु निज सखी निशा को प्यारी ...

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