लेखनी प्रतियोगिता -23-Feb-2023 मस्तानी शाम

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मुक्तक   तू जब साथ होती है तो हर शाम मस्तानी होती है  खूबसूरत बहारें भी तेरे हुस्न की दीवानी होती हैं  नजारे बेसुध हैं इन छलकती आंखों के जाम पीकर  महकते ...

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