1 Part
209 times read
2 Liked
टूटे जो पत्ते पेड़ों से शाख शाख 🍂 मंज़र होता चहुं दिशाओं में बोझिल बोझिल 🍂 उड़ते जो सूखे पत्ते करते खड़खड़ खड़खड़ 🍂 आबाद मन न जाने फिर क्यों होता ...