1 Part
406 times read
17 Liked
कृष्ण की प्रेयसी कृष्ण की बंसी बजी है देखो किसको पुकारें आज शाम की आभा कृष्ण के सुवास में खो खुद की सुध बुध बैठी है देख रस्ता नजरें गड़ाए, बस ...