1 Part
305 times read
16 Liked
प्रतियोगिता हेतु मुक्तक रंग रंगीले ग्वाल बाल ,सब घूम रहे हैं टोली में। ढोल मृदंग बजाते गाते, रसिया ब्रज की बोली में।। पिचकारी से रंग उड़ातीं, बरसाने की सब गोरीं। रंग ...